गैस एसिडिटी से तुरंत मिलेगा छुटकारा, पर्स में बनाकर रख लें अजवाइन मेथी का ये चूर्ण
अनहेल्दी खाने से एसिडिटी (Acidity) यानि अपच की समस्या काफी बढ़ गई है। हर दूसरा व्यक्ति गैस और एसिडिटी की समस्या से परेशान है। एसिडिटी की वजह मैदा, तेल मसालेदार खाना, ज्यादा जंक फूड का सेवन, तनाव और ज्यादा कैफीन भी है। कई बार पानी कम पीने और शराब ज्यादा पीने से से भी एसिडिटी बढ़ जाती है। कुछ दवाओं का सेवन करने से भी गैस एसिडिटी होने लगती है। इसलिए सबसे पहले तो अपनी लाइफस्टाइल को ठीक करें। दूसरी बात कोई आयुर्वेदिक तरीका अपनाएं जिससे गैस एसिडिटी से राहत मिल सके। आज हम आपको एक ऐसा असरदार आयुर्वेदिक चूर्ण बनाना बता रहे हैं जिसे खाते ही गैस एसिडिटी में तुरंत राहत मिलेगी।
दरअसल जब पेट का एसिड पाचन तंत्र तक पहुंच जाता तो गैस बनना शुरू हो जाती है। आयुर्वेद में ऐसे कई हर्ब्स हैं जिनका इस्तेमाल कर एसिडिटी, गैस, अपच और कब्ज को दूर किया जा सकता है। इससे एसिटिडी से भी राहत मिलती है। अजवाइन, मेथी, काला नमक, हींग और दालचीनी को मिलाकर ये चूर्ण तैयार किया जा सकता है। दादी नानी आज भी गैस होने पर इन चीजों का सेवन करने की सलाह देती हैं।
गैस एसिडिटी के लिए चूर्ण
आपको इसके लिए 100 ग्राम अजवाइन लेनी है, 100 ग्राम मेथी, 10 ग्राम दालचीनी, 50 ग्राम काला नमक, 1 चम्मच हींग लेनी होगी। मेथी, अजवाइन और दालचीनी को हल्का रोस्ट करके मिक्सी में डालकर बारीक पाउडर जैसा पीस लें। अब इस पाउडर में पिसी हींग का और काला नमक मिला लें। इस चूर्ण को बनाकर घर पर रख लें और कहीं जाने पर साथ कैरी करें।
कब और कैसे करें सेवन?
खाने के बाद आपको जब भी लगे कि आज आपने कुछ हैवी खाया है या कोई ऐसी चीज खाई है जिससे गैस एसिडिटी हो सकती है। तो इस चूर्ण का सेवन करें। अगर रोजाना एसिडिटी होती है तो सुबह खाली पेट इस चूर्ण का सेवन कर सकते हैं। आपको लगातार 1 महीने तक इस चूर्ण का सेवन करना है। इससे आपकी गैस एसिडिटी की समस्या दूर हो जाएगी।
अजवाइन मेथी के चूर्ण के फायदे
- अजवाइन और काले नमक खाने से पेट के एसिड को कम किया जा सकता है। इससे एसिड रिफ्लक्स और हार्टबर्न की समस्या को कम किया जा सकता है।
- वहीं मेथी भी एसिडिटी को कम करती है। मेथी में म्यूसिलेज होता है जो पेट की जलन को कम करता है और एसिडिटी की रोकथाम करता है।
- दालचीनी और हींग में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो गैस को कम करते हैं। इससे पेट फूलने की समस्या दूर होती है और पाचन में सुधार आता है। ब्लोटिंग की समस्या को भी इस चूर्ण से कम किया जा सकता है