रुद्रपुर: नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट ने पत्रकार उत्पीड़न की जांच की मांग
विधान केसरी समाचार
रुद्रपुर। पन्तनगर नेषनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट (इण्डिया) के जिलाध्यक्ष कमल श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी, ऊधम सिंह नगर को ज्ञापन देकर पन्तनगर में विगत दिनो पत्रकार उत्पीड़न एवं समाचार पत्र की प्रतियॉ जलाने आदि प्रकरण की जांच कराने की मांग की गयी है। जिलाधिकारी सहित राज्यपाल एवं वरिश्ठ पुलिस अधीक्षक ज्ञापन के अनुसार हरित क्रान्ति की जन्मस्थली विष्व विख्यात गोबिन्द बल्लभ पन्त कृशि एवं प्रौद्योगिकी विष्वविद्यालय, पन्तनगर विष्वविद्यालय प्रषासन की अकर्मयणता के चलते अनिमितिताओं का केन्द्र बनता जा रहा है। पन्तनगर विष्वविद्यालय प्रषासन द्वारा बिना निविदा प्रक्रिया अपनाये 15 से अधिक छात्रवासो के कैफेटेरिया सिफारिसी आधार पर अपने चहेतो को आवंटित कर दिये गये है। जिसमें गुणवत्ताहीन भोजन छात्र-छात्राओं को परोसा जा रहा है। कुछ छात्रावासो में परोसे गये भोजन में कीडे आदि पाये जाने पर खाद्य विभाग द्वारा छापामार कार्यवाही कर सील भी किया गया था एवं इसी प्रकार मंदाकनी छात्रावास में रंगरलिया मना रहे कैफेस्टाफ को रंगे हाथ पकडा गया जिसका समाचार प्रकाषित करने पर विष्वविद्यालय प्रषासन द्वारा कैफे का आवंटन रद्द कर दिया गया । इसके उपरान्त उक्त कैफे संचालक विक्रम सिंह माहौड़ी द्वारा दैनिक अमर उजाला के पत्रकार सुरेन्द्र वर्मा की मानहानि एवं अपमानित तथा प्रताडित करने के उददेष्य से विष्वविद्यालय के नगला गेट पर जाम लगाकर कथित कैफे संचालक एवं सामाजिक संस्था के स्वमम्भू अध्यक्ष विक्रम सिंह माहोड़ी द्वारा अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पत्रकार सुरेन्द्र वर्मा का पुतला दहन कर समाचार पत्रो की प्रतियॉ भी जलाई गई जो एक दण्डनीय अपराध किया गया है। उक्त घटना पर विष्वविद्यालय के सुरक्षा विभाग द्वारा पुलिस में कोई प्राथमिकी दर्ज न कराना विभाग की संलिप्ता दर्षाता है।
वर्तमान में विष्वविद्यालय में दीक्षान्त समारोह एवं साईस काग्रेंस के कार्यक्रम आयोजन प्रस्तावित है। जिसमें गणमान्य जनो की उपस्थिति रहनी है। विक्रम सिंह माहोड़ी द्वारा इस प्रकार के कृत से विष्वविद्यालय परिसर के माहौल को अषान्त करने की साजिष की जा रही है। उपरोक्त प्रकरण में समस्त छात्रावासांे के कैफे का आवंटन रद्द कर टेण्डर प्रक्रिया एवं समस्त मानक पूर्ण करने वाले व्यक्तिध्संस्था को कैफे संचालन की अनुमति दी जाये। साथ ही उक्त प्रकरण की उच्च स्तरीय (एस0आई0टी0)जांच कराकर दोशियों को दंडित करते हुऐ ब्लैक लिस्ट करते हुऐ कैम्पस आउट किया जाय। जिससे प्रताड़ित सम्मानित पत्रकार सुरेन्द्र वर्मा को न्याय प्राप्त हो सके। साथ ही विष्वविद्यालय की गरिमा बनी रहे। ज्ञापन का दस दिनो तक निराकरण नही होता है तो समस्त पत्रकार आन्दोलन को वाध्य होगे। इस अवसर पर सुरेन्द्र वर्मा, असलम कोहरा, सुनील श्रीवास्तव, सौरभ गंगवार, अमन सिंह, अंगद सिंह, जमील अहमद, नरेन्द्र राठौर, महेन्दर कुमार राम प्रताप सिंह आदि पत्रकार उपस्थित थे।।