अमेठीः सामुदायिक शौचालय पड़े गंदे ,नहीं होती सफाई
विधान केसरी समाचार
अमेठी। आज पूरा विश्व शौचालय दिवस मना रहा है। शौचालय से बाहरी गंदगी पर रोक लगी है।आज अधिकतर ग्रामीण शौचालय का प्रयोग कर रहा है। पूर्व सरकार द्वारा 12000 रूपये की धनराशि देकर एक परिवार को शौचालय का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया वर्तमान सरकार द्वारा प्रत्येक गांव में सामुदायिक शौचालय बनाया गया। जिसका प्रयोग सैकड़ों लोग कर रहे हैं। सामुदायिक शौचालय की देखरेख के लिए महिला केयर टेकर की नियुक्ति हुई है इसके प्रत्येक माह 27000 रूपया खारिज किया जाता है लेकिन पैसा भले ही खारिज हुआ हो लेकिन साफ सफाई देखी जाय तो एक दो शौचालय ऐसे हैं जिसमें दो तीन माह से पानी की ही व्यवस्था नहीं है।अमेठी जिले के विकास खंड संग्रामपुर में 37 सामुदायिक शौचालय बना हुआ है। जिसमें ब्लाक से दूर गांव में स्थापित सामुदायिक शौचालय की देखरेख नहीं होती है और इसकी मरम्मत के लिए भी पैसा खारिज किया जाता है । लेकिन मरम्मत के अभाव मे शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं रहती है यही कारण है कि लाखों रुपया खर्च होने के बावजूद भी आज भी ग्रामीणों को शौच के लिए खेतों मे जाना पड़ता है। संग्रामपुर क्षेत्र शुकुल पुर कनू, बदलापुर, मिश्रौली बड़गांव,सरैया बड़गांव,सरैया कनू,सोनारीकनू,धोए, करौंदी, कंसापुर, मधुपुर खदरी, ईंटौरी सहित सामुदायिक शौचालय गंदे पड़े हैं या उसमें मरम्मत की जरूरत है।