प्रतापगढः पीसीएस प्रारम्भिक परीक्षा के एक ही दिन में कराए जाने का निर्णय छात्र शक्ति की जीत- प्रमोद तिवारी
विधान केसरी समाचार
लालगंज/प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने यूपीपीएससी द्वारा पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को एक ही दिन कराए जाने के निर्णय को छात्र शक्ति की जीत करार दिया है। उन्होनें कहा कि पहले उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग कल तक यही रट लगा रहा था कि यह फैसला नही बदलेगा। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा की नौ सीटों पर उपचुनाव के दबाव में सरकार को छात्रों की जायज मांगों को स्वीकार करना पड़ गया। उन्होनें कहा कि छात्रों का आंदोलन पूरी तरह से गैरराजनीतिक रहा। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि छात्रों ने सत्य के लिए संघर्ष किया। राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि गैर राजनीतिक ढंग से चलाए गए छात्रों के आंदोलन की आंच उत्तर प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र के साथ देश भर में पहंुच गयी। ऐसे में बकौल प्रमोद तिवारी सरकार को छात्रों की विशुद्ध जायज उनके भविष्य की सुरक्षा को लेकर मांगो के तहत चलाए गए संघर्ष में चैतरफा दबाव के चलते यूपीपीएससी को अपनी हठवादिता त्यागकर नए निर्णय के लिए अन्ततः झुकना पड़ा। हालांकि उन्होनंे कहा कि अभी यूपीपीएससी द्वारा मौखिक रूप से ही इस प्रकार का निर्णय सुनाया गया है।
वहीं उन्होनें तंज कसा कि भाजपा सरकार पूरी तरह से छात्र तथा युवा एवं किसान व आम आदमी के हितों की विरोधी है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि उन्हत्तर हजार शिक्षकों का गंभीर मसला अभी लंबित है। वही उन्होनें कहा कि परीक्षाओं में पेपर लीक होना या कोई न कोई तकनीकी कठिनाई का सामने आना भी सरकार का छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड करने का गैरजबाबदेही चेहरा भी बेनकाब होता आया है। उन्होनें छात्र आंदोलन को लेकर भाजपा पर यह भी तंज कसा कि वह कहती है कि एक रहोगे तो सेफ रहोगे, बटंेगे तो कटेंगे आखिर छात्रों ने भी एकजुटता का प्रदर्शन कर सत्य के संघर्ष में जीत की मंजिल हासिल कर ली। उन्होने छात्रो के अपने भविष्य की सुरक्षा को लेकर लोकतांत्रिक एवं शांतिपूर्ण आंदोलन में हासिल हुई जीत के लिए छात्रों को शुभकामनाएं भी दी। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी का बयान यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से निर्गत किया गया है।