मिलकः शिशु मंदिर में गुरु नानक जयंती एवं गंगा स्नान का कार्यक्रम मनाया गया
विधान केसरी समाचार
मिलक। बृहस्पतिवार को विद्यालय में गुरु नानक जयंती एवं गंगा स्नान का कार्यक्रम मनाया गया। कार्यक्रम का आरंभ विद्यालय प्रबंध समिति के वरिष्ठ सदस्य बाबूराम गंगवार एवं प्रभारी विवेक कुमार गुप्ता ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलन एवं पुष्पार्चन करके किया। प्रभारी विवेक कुमार गुप्ता ने सभी छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि गुरु नानक देव का जन्म 15 अप्रैल 1469 को पाकिस्तान के शेखपुरा जिले के तलवंडी नामक गांव में हुआ था जो वर्तमान में ननकाना साहब के नाम से जाना जाता है इनके पिता का नाम मेहता कल्याणदास तथा माता का नाम तृप्ता देवी था।
उन्होंने एकस के हम बालक का संदेश दिया। अध्यापक विमल ने सभी छात्र-छात्राओं को बताया कि गुरुनानकदेव सिक्ख धर्म के संस्थापक व सिक्कों के प्रथम गुरु थे। उन्होंने अनेकों स्थानों पर धर्मशाला व पंगत लंगर की स्थापना की। अपने जीवन के अंतिम चरणों में उन्होंने अपना मठ रावि नदी के किनारे कतारपुर में स्थापित किया जहां पर उन्होंने अपनी पुत्रों की जगह अपने शिष्य लहना अंगद को अपना उत्तराधिकारी बनाया। करतारपुर मे 1539 ई मे उनकी मृत्यु हो गई। इसके बाद विद्यालय प्रबंधन समिति के वरिष्ठ सदस्य एडवोकेट बाबूराम गंगवार ने सभी छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि किस प्रकार भागीरथ जी के कहने पर गंगा जी स्वर्गलोक से पृथ्वीलोक पर आयीं और जनकल्याण के लिए हितकर बनी। इस अवसर पर सभी छात्र-छात्रा और अध्यापक उपस्थित रहे।