बीसलपुर: सरस्वती विद्या मंदिर में दिलाई गई राष्ट्रीय एकता की शपथ

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विधान केसरी समाचार

बीसलपुर। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बीसलपुर में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रबंधक विष्णु कुमार गोयल एवं प्रधानाचार्य वीरेंद्र कुमार मिश्र ने सरदार पटेल के चित्र पर पुष्पार्चन कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था। सरदार पटेल दृढ़ संकल्पवान और राष्ट्र की एकता और अखंडता को समर्पित थे। वह भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और भारत के पहले गृहमंत्री भी थे। वीरेंद्र कुमार मिश्र ने सरदार पटेल के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरदार पटेल ने 1928 में हुए वारदोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का सफल नेतृत्व किया। जिसके बाद वहां की महिलाओं ने बल्लभ भाई पटेल को सरदार की उपाधि प्रदान की।

उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश की अखंडता और एकता कायम रखने में उनकी भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण रही है। देश की आजादी के बाद तमाम रियासतों को भारत संघ में विलय कराने का श्रेय सरदार पटेल को ही जाता है। उनके अदम्य साहस, दृढ़ इच्छा शक्ति एवं राजनीतिक कौशल के साथ ही राष्ट्र और समाज के प्रति उनके कार्यों को याद किया जाता है। कार्यक्रम में सभी को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई गई। इस मौके पर धनतेरस और दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। विद्यालय के प्रबंधक विष्णु कुमार गोयल ने सभी आचार्य, आचार्याओं एवं कर्मचारियों को उपहार एवं मिष्ठान देकर दीपावली की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य जनार्दन मिश्रा, वरिष्ठ आचार्य नारायण सिंह रावत, भगत सिंह, तेजप्रकाश, बुद्धसेन, सुरेंद्र कुमार, रमेश पाल सिंह, अनिल वर्मा, अभिषेक यादव, अशोक पाण्डेय, काशीनाथ, शरद मिश्रा, अतुल शर्मा एवं मोहित रस्तोगी सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम का संचालन अशोक कुमार पाण्डेय ने किया।