कुरान पर हाथ रखकर सबसे बड़े मुस्लिम देश के राष्ट्रपति बने सुबियांतो
इंडोनेशिया के प्राबोवो सुबियांतो ने रविवार (20 अक्टूबर) को देश के आठवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लिया. वो जोको विडोडो का स्थान लेंगे, जिन्होंने पिछले एक दशक से दुनिया के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश का नेतृत्व किया था. इंडोनेशिया की कुल आबादी 28 करोड़ से ज्यादा है, जिसमें 23 करोड़ मुस्लिम आबादी है, जो देश के कुल आबादी का 87 फीसदी है.
प्रबोवो ने शपथ के दौरान इंडोनेशियाई लोगों की सेवा करने का संकल्प लिया. इसके अलावा राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने कहा, हम राष्ट्र और राज्य के हितों को हर चीज से ऊपर रखेंगे. इस खास मौके पर देश के पूर्व रक्षा मंत्री प्रबोवो सुबियांतो ने मुस्लिमों के पवित्र धर्म ग्रंथ ‘कुरान’ पर हाथ रखकर राष्ट्रपति पद की शपथ ली.
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में प्रबोवो सुबियांतो के शपथ समारोह में 40 से ज्यादा देशों के नेता और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. इसमें भारत, फ्रांस, अमेरिका, सऊदी अरब, रूस, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, चीन, ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य देश शामिल हैं. वहीं इस दौरान 37 साल के जिब्रान राकाबुमिंग राका ने भी उपराष्ट्रपति पद का शपथ लिया. इससे पहले वो सुरकार्ता के मेयर रह चुके हैं. वहीं सुबियांतो ने विडोडो के बेटे को उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना.
इंडोनेशिया के नए राष्ट्रपति प्राबोवो सुबियांतो को मानवाधिकारों के हनन का आरोपी माना जाता है. BBC की रिपोर्ट के मुताबिक साल 1990 में उन्होंने एक दल का नेतृत्व किया था, जिन्होंने कई लोकतंत्र कार्यकर्ताओं का अपहरण किया और उन्हें काफी प्रताड़ित किया. लगभग 23 लोगों को पकड़ा गया था, जिसमें से कुछ बच गए, एक की मौत हो गई और 13 लापता हो गए. वहीं बीते चुनाव में प्रबोवो सुबियांतो ने भड़काऊ भाषण दिया था. हालांकि, इस बार उन्होंने खुद को टिकटॉक पर एक प्यारे दादा के रूप में पेश किया और युवा लोगों के दिल में जगह बनाने में कामयाब हुए.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्राबोवो के शपथ समारोह में विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा भी शामिल हुए. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दोनों नेताओं को शुभकामनाएं दीं. इस पर राष्ट्रपति प्राबोवो ने प्रधानमंत्री मोदी को उनकी शुभकामनाओं के लिए आभार व्यक्त किया. अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान मार्गेरिटा ने इंडोनेशिया में मौजूद प्रमुख भारतीय कंपनियों के सीईओ से भी बातचीत की.
विदेश मंत्रालय ने कहा, इंडोनेशिया भारत का एक व्यापक रणनीतिक साझेदार है. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह के लिए विदेश राज्य मंत्री की यात्रा इस बात की पुष्टि करती है कि भारत एक करीबी साझेदार और समुद्री पड़ोसी के रूप में इंडोनेशिया के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देता है.