लखीमपुर खीरी: पहले दो अभियंताओं की रार और अब विभागीय खींचतान में फंसा चौड़ीकरण का काम
विधान केसरी समाचार
लखीमपुर खीरी। शहर के एलआरपी चैराहे से इंदिरा वन तिराहा (तेडुही) तक सड़क चैड़ीकरण का काम गति नहीं पकड़ पा रहा है। पहले दो अभियंताओं के विवाद में काम रुका रहा और अब विभागीय खींचतान के चलते। हालांकि पीडब्ल्यूडी काम पिछड़ने की वजह अतिक्रमण को मान रहा है। काम की रफ्तार बढ़ती, इस बीच पीडब्ल्यूडी सीडी वन के जिला मुखिया बदल गए। हंसराम को मुख्यालय संबद्ध किया गया। उनकी जगह केके झा को जिले की कमान मिली।
जनवरी 2024 में शुरू किए गए काम की समय सीमा जनवरी 2025 है, लेकिन काम अभी आधा भी नहीं हो पाया है। किसी न किसी वजह से काम में अवरोध आता गया। शहर में सड़क खोद कर डाल दी गई। जगह जगह गड्ढे हो गए, रोड़े पत्थर बिखरे पड़े हैं। त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है। सड़कों, बाजारों में भीड़ बढ़ रही है। लोगो के पैरों में नुकीले पत्थर चुभ रहे हैं।वाहन पंक्चर हो रहे है। गड्ढे होने से राहगीर चोटिल हो रहे है। कुछ दिन पूर्व मेला मैदान के पास चलाए गए अतिक्रमण अभियान के बाद से सड़क पर मलबा भी पड़ा है।
चौड़ीकरण में अतिक्रमण बड़ी बाधा है। बिजली पोल, भवन और ट्रांसफार्मर किनारे होने हैं। विभागीय खींचतान और अतिक्रमण की वजह से बिजली खंभे और ट्रांसफार्मर भी नहीं हट सके है।
बुलडोजर देख तोड़ने लगे अतिक्रमण
विभाग ने अतिक्रमणकारियों को चिह्नित कर नोटिस थमाए, लेकिन लोगों ने गंभीरता से नहीं लिया। करीब 20 दिन पहले शहर के मेला मैदान चैराहे पर लोक निर्माण विभाग का बुलडोजर गरजा। इससे अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया। लोगों के अनुरोध अधिकारियों ने समय सीमा के भीतर स्वयं अतिक्रमण हटा लेने की चेतावनी दी। अधिकांश लोग आपने भवन पर हथौड़ा चला रहे है। अधिकारियों का दावा है कि शहर की सीमा के बाहर काम लगभग 50 प्रतिशत हो चुका है। अतिक्रमण की वजह से शहर में काम पिछड़ रहा है।
सैधरी तक हुआ डीबीएम का काम
चैड़ीकरण में इंदिरा पार्क से मेला मैदान से पहले तक डीबीएम (गिट्टी की पतर बिछाना) का कार्य भी हो चुका है। अब विभाग की ओर से शहर के आबादी वाले हिस्से में किनारे पर खुदाई कर रोड़े बिछाए जा रहे है। खास बात यह है कि अतिक्रमण हटाए बिना चैड़ीकरण होने लगा। अभी कुछ जगह पाइप में पानी का रिसाव है। गिट्टी-मिट्टी डाल कर उसे ढका जा रहा है। इससे लोग मानकों की अनदेखी का आरोप लगा रहे है।
37 करोड़ की लागत से चौड़ीकरण
शहर की सड़क अभी सात मीटर चैड़ी है। इसे 10 मीटर चैड़ा किया जाना है। 9.5 किलोमीटर चैड़ीकरण में छह पुलिया भी बननी हैं। महेवागंज में पेट्रोल पंप के पास काफी समय से पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा है। धूल का गुबार लोगों को परेशान कर रहा है। खुदाई से गड्ढे और रोड़े से राहगीर चोटिल हो रहे है।
शहर में अतिक्रमण की वजह से काम पिछड़ रहा है। हालांकि लोग अपना अतिक्रमण खुद ही हटा रहे हैं। त्योहारी सीजन से भी काम पर कुछ असर पड़ेगा। बिजली और जल निगम को बजट आवंटित हो चुका है। शहर की सीमा के बाहर काम तेजी से हो रहा है। पुलिया भी बननी है। समय पर काम पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
विकास कुमार, जेई पीडब्लूडी सीडी वन/नोडल