विमानों को बम धमकी मिलने के मामलों की जांच हुई तेज
दिल्ली पुलिस ने इस हफ्ते कई नेशनल और इंटरनेशनल फ्लाइट्स को मिल रही फेक बम धमकियों के मामले में ट्विटर सहित सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से जानकारी इकट्ठी करने की मांग की है. शनिवार (19 अक्टूबर) को दिल्ली से बेंगलुरु जा रही अकासा एयर की एक फ्लाइट को बम की धमकी मिली थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने लगातार मिल रही बम की धमकियों के मामलों की जांच तेज कर दी.
इस महीने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ऐसी कई घटनाओं की रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस ने अन्य मामलों की भी जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि इन मामलों की गंभीरता से जांच करने के लिए दिल्लील पुलिस की ओर से एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें दिल्ली पुलिस के साइबर सेल और इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन्स (IFSO) की टीमों को भी शामिल किया गया है.
इस हफ्ते में करीब 70 से ज्यादा नेशनल और इंटरनेशनल फ्लाइट्स में बम होने की धमकी मिली है, जिनमें से ज्यादातर फेक निकली. इसके बाद नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो ने एयरलाइनों के सीईओ और प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक आयोजित करने का फैसला लिया है ताकि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकाला जा सके.
दिल्ली पुलिस को शक है कि अपराधी ने वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क या डार्क वेब ब्राउजर का इस्तेमाल करके कई अकाउंट बनाए और इसके बाद धमकी भरे संदेश पोस्ट किए. ऐसे में पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से इन अकाउंट्स को ब्लॉक करने और धमकी भरे सभी पोस्ट को डिलीट करने का अनुरोध किया है. साथ ही इन अकाउंट्स के आईपी एड्रेस का पता लगाने के लिए भी कहा है.
शनिवार को (19 अक्टूबर) स्थिति तब और गंभीर हो गई जब इंडियन एयरलाइन्स की 30 से ज्यादा फ्लाइट्स को बम की धमकी मिली, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में सतर्कता बढ़ गई और यात्रियों और एयरपोर्ट के अन्य स्टाफ भारी असुविधा का सामना करना पड़ा. प्रभावित एयरलाइनों में एयर इंडिया, विस्तारा, इंडिगो, अकासा एयर, स्पाइसजेट, स्टार एयर और एलायंस एयर शामिल थीं. क्योंकि संबंधित विमानों को अलग-थलग स्थानों पर ले जाया गया और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना पड़ा. नागरिक उड्डयन मंत्रालय फर्जी बम धमकियों की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम बनाने की योजना बना रही है. इस नियम के तहत अपराधियों को नो-फ्लाई लिस्ट में शामिल किया जाएगा.