बलियाः नरही वसूलीकांडः वांछित राजेश प्रभाकर समेत तीन ने न्यायालय एण्टी करप्शन कोर्ट वाराणसी में किया आत्मसमर्पण
विधान केसरी समाचार
बलिया। नरही थाना के अवैध वसूली कांड में वांछित अभियुक्त चैकी प्रभारी कोरण्टाडीह राजेश प्रभाकर एवं विवेचना में प्रकाश में आए प्रवीण राय उर्फ गोलु व चन्दन यादव उर्फ टनमन यादव ने सोमवार न्यायालय एण्टी करप्शन कोर्ट वाराणसी में आत्मसमर्पण किया। जिनको न्यायालय द्वारा 14 दिन न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। जबकि मुकदमा में नामजद कुल 24 अभियुक्त व विवेचना के दौरान कुल पांच अभियुक्त प्रकाश में आए। इस प्रकार सभी 29 अभियुक्तगण न्यायिक अभिरक्षा में जेल में निरुद्ध है।
बता दें कि यूपी बिहार के बॉर्डर पर स्थित भरौली चैराहे पर 24 जुलाई 2024 की रात में एडीजी वाराणसी पीयूष मोर्डिया व डीआईजी वैभव कृष्ण ने छापेमारी कर नरही पुलिस की अवैध वसूली का खुलासा किया था। इस मामले में थानाध्यक्ष नरही, चैकी प्रभारी कोरंटाडीह समेत कई पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था। थाना से लेकर चैकी तक के अधिकांश पुलिसकर्मियों का तबादला भी किया गया। मौके से अधिकारियों ने दो पुलिसकर्मी समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया था।
इसके बाद में थानाध्यक्ष समेत चार अन्य भी पकड़े गए। इस प्रकरण की विवेचना आजमगढ़ के एएसपी शुभम अग्रवाल कर रहे है। बलिया एसपी विक्रांत वीर ने इस मामले के वांछित आरोपी टनमन उर्फ चन्दन पुत्र स्व दीप चन्द निवासी सारिमपुर हनुमानघाट बक्सर बिहार, उप निरीक्षक राजेश कुमार प्रभाकर तत्कालीन चैकी प्रभारी कोरंटाडीह थाना नरही, जनपद आरक्षी दीपक कुमार मिश्र थाना नरही, संजय यादव पुत्र मनभरन यादव निवासी भरौली खास, अमित बिन्द पुत्र विजय बहादुर निवासी उजियार, गोलू राय उर्फ प्रवीण कुमार पुत्र पारस नाथ राय निवासी भरौली पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया था। इस मामले में पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर नरही थाना के भरौली में दो, उजियार में एक व बिहार के सारिमपुर में एक आरोपी के यहां नोटिस भी चस्पा किया था। इसके अलावा मुनादी की भी कार्रवाई किया था। अब केवल कुर्की की कार्रवाई शेष रह गई थी। जिसके डर से वांछित अभियुक्त व पूर्व चैकी प्रभारी कोरण्टाडीह राजेश प्रभाकर एवं विवेचना में प्रकाश में आए प्रवीण राय उर्फ गोलु व चन्दन यादव उर्फ टनमन यादव ने सोमवार न्यायालय एण्टी करप्शन कोर्ट वाराणसी में आत्मसमर्पण किया। जिनको न्यायालय द्वारा 14 दिन न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।