हार्ट अटैक आने से पहले शरीर में दिखने लगते हैं इस तरह के संकेत

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आज कल देश दुनिया में हार्ट की बीमारियां तेजी से बढ़ती जा रही हैं। अब युवा उम्र में ही लोगों को हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। हमारे देश में ऐसी स्थिति हो गई है कि आए दिन हार्ट अटैक की खबर आ जाती है। ऐसे में बचाव करने के लिए ये जानना ज़रूरी है कि हार्ट अटैक से पहले हमारे शरीर में किस तरह के बदलाव होते हैं और हमे इस बारे में कैसे पता चलेगा? फरीदाबाद स्थित एशियन हॉस्पिटल में सीनियर कंसलटेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी डॉक्टर प्रतीक चौधरी बता रहे हैं कि हार्ट अटैक से पहले शरीर में किस तरह के संकेत दिखते हैं और बचाव के लिए हमें क्या करना चाहिए?

हार्ट अटैक होता है क्या?

हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा पड़ना बेहद जानलेवा स्थिति है। इस कंडीशन में व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। दरअसल, जब दिल की नसों में या दिल को खून देने वाली नसों में या धमनियों में रुकावट होने लगती है तब दिल में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। इस वजह से दिल ब्लड पंप नहीं कर पाता और फिर हार्ट अटैक आ जाता है।

हार्ट अटैक के सामान्य लक्षण:

  • छाती में दर्द दबाव और भारीपन
  • बहुत ज़्यादा बेचैनी होना
  • घबराहट होना
  • लगातार पसीने आना
  • गैस्ट्रिक सिम्टम्स
  • उल्टी होना या उल्टी जैसी फीलिंग हो ना

हार्ट अटैक के पहले शरीर में दिखने लगते हैं ये संकेत: दर्द

हार्ट अटैक के पहले शरीर में ऐसे कई संकेत दिखने लगते हैं जिससे पता लगा सकते हैं कि हार्ट हेल्दी है या नहीं। अगर, चलने फिरने पर या ज़रा सा काम करने पर थकान, छाती में भारीपन और सांस फूलने लगे तो बिना देरी किए डॉक्टर के पास जाना चाहिए।  अगर, बाएं हांथ में दर्द हो रहा है और यह दर्द गर्दन तक पहुंच जाए तो यह स्थिति भी खतरनाक हो सकती है। वहीं , अगर पेट में गैस्ट्रिक सिम्टम्स वाले लक्षण जैसे उल्टी या उल्टी जैसी फीलिंग बार बार हो रही है तब भी सावधान हो जाना चाहिए। ये सभी लक्षण अटैक पड़ने से कई महीने पहले तक मरीज के अंदर देखे जा सकते हैं। तो, अगर आपमें या आसपास के किसी भी व्यक्ति में ऐसे लक्षण देखते हैं तो तुरंत अपने कार्डियोलॉजिस्ट या अपनी हेल्थ फैसिलिटी के पास जाएं।

हार्ट अटैक से कैसे बचें?

हार्ट अटैक से बचने के लिए आपको सबसे पहल अपनी लाइफ स्टाइल एम् बदलाव करना होगा। उन चीजों खाने से बचें जिनमें ज्यादा तेल और ट्राईग्लिसराइड हों। ये धमनियों में चिपककर हार्ट अटैक का कारण बनते हैं। साथ ही हार्ट को हेल्दी रखने के लिए रोजाना कम से कम 30 से 45 मिनट तक वॉक करें।