अरब सागर में बन रहा ‘असना’ चक्रवात, दशकों बाद हुई ऐसी घटना
अगस्त महीने में गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर एक चक्रवात बन रहा है। आज शुक्रवार को इस चक्रवात के अरब सागर के ऊपर से ओमान तट की ओर बढ़ने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, शुक्रवार को अरब सागर के ऊपर एक असामान्य चक्रवात बनने वाला है। असना नाम का चक्रवात 1976 के बाद से अगस्त में अपनी तरह का पहला चक्रवात होगा। इसके गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र से ओमान तट की ओर बढ़ने की आशंका है। आईएमडी के मुताबिक, इस चक्रवाती तूफान के उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर से निकलकर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर ओमान के तट की ओर बढ़ने की आशंका है। चक्रवात का नाम “असना” होगा, जो पाकिस्तान द्वारा सुझाया गया नाम है।
मौसम विभाग ने बताया कि 1976 के बाद अगस्त में अरब सागर के ऊपर उठने वाला यह पहला चक्रवाती तूफान होगा। आईएमडी ने कहा, “अगस्त के महीने में अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान का विकसित होना एक दुर्लभ गतिविधि है।” 1944 का चक्रवात भी अरब सागर में उभरने के बाद तीव्र हो गया और बाद में समुद्र के मध्य में कमजोर हो गया। 1964 में, दक्षिण गुजरात तट के पास एक छोटा चक्रवात विकसित हुआ और तट के पास कमजोर हो गया। इसी तरह, पिछले 132 वर्षों के दौरान बंगाल की खाड़ी के ऊपर अगस्त के महीने में कुल 28 ऐसे सिस्टम बने हैं।
आईएमडी के एक वैज्ञानिक ने कहा, “मौजूदा तूफान के बारे में असामान्य बात यह है कि पिछले कुछ दिनों से इसकी तीव्रता समान बनी हुई है।” सौराष्ट्र और कच्छ पर बने गहरे दबाव के कारण इस क्षेत्र में भारी वर्षा हुई है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, इस साल 1 जून से 29 अगस्त के बीच सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में 799 मिमी बारिश हुई है, जबकि इसी अवधि में सामान्य 430.6 मिमी बारिश होती है। इस अवधि में सामान्य से 86 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई।