गोला गोकर्ण नाथ खीरी: लखीमपुर में वन मंत्री ने वन अधिकारियों संग की बैठक

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विधान केसरी समाचार

गोला गोकर्ण नाथ खीरी। महेशपुर वन रेंज के इमलिया गाँव निवासी अमरीश को बाघ ने मंगलवार की शाम हमला कर उसे मार दिया था । बुधवार को शव पोस्टमार्टम होकर जब गाँव पहुंचा तो परिजनों व ग्रामीणों के साथ किसान नेताओं ने मुआवजे और बाघ पकड़ने को लेकर हंगामा कर दिया ।

काफी देर चले हंगामें के बाद सभ्रान्त व्यक्तियों, वन विभाग और ग्रामीणों के मध्य चली वार्ता के बाद देर शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया। वही लखीमपुर पहुंचे वन मंत्री गोला तो पहुंचे लेकिन, पीड़ित परिवार से मिलने 10 किमी दूर उसके गाँव न पहुंचे जिसकी किसान नेताओं ने निंदा की।

जानिए बुधवार को क्या हुआ था….

करीब 2 बजे भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह और किसान नेता पटेल श्रीकृष्ण वर्मा मौके पर पहुंचे। वही जैसे ही शव पोस्टमॉर्टम होने के बाद गांव पहुंचा, परिवार में चीख-पुकार मच गयी । परिवार ने अंतिम संस्कार से मना कर दिया और अजान रोड को जाम करते हुए धरने पर बैठ गये। इसके बाद मौके पर पहुंचे विधायक अमन गिरि ने वन विभाग से वार्ता की।

25 लाख का मुआवजा और एक नौकरी की मांग

परिजनों का कहना था कि उनको 25 लाख का मुआवजा और एक नौकरी दी जाए और बाघ को पकड़वाया जाय। पत्नी राजकुमारी का कहना था कि उसके दो बेटे बेटे योगेश (21) व मंजीत कुमार (16) और बेटी लक्ष्मी देवी (17) का पालन-पोषण किस प्रकार होगा । शाम करीब 5 बजे तक चले हंगामे के बीच अमन गिरि और गाँव के सभ्रान्त व्यक्तियों के बीच हुई वार्ता में परिवार को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद के आश्वासन के बाद सभी माने । जिसमें तहसील प्रशासन की ओर से व 1 लाख रुपए वन विभाग की ओर से दिये जायेंगे। साथ ही मौके पर वन विभाग की ओर से दिये जायेंगे। साथ ही मौके पर अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार रुपए दिये गये।

वन मंत्री अरूण कुमार सिंह अधिकारियों और विधायकों से की मुलाकात

वही गोला पहुंचे वन मंत्री अरूण कुमार सिंह ने वन विभाग के अधिकारियों और विधायकों से वन्यजीव के हो रहे हमलों और इस पर रोक लगाने को लेकर चर्चा की। वन मंत्री ने कहा मानव-वन्यजीव के बीच हो रहे संघर्ष किसी भी प्रकार से रोका जाए। जंगल किनारे जाल या तार लगवाये जाय, जिससे वन्यजीव आबादी तक न पहुंचे ।