मेरठ: मखदुमपुर में गंगा किनारे पर उचित स्थान न मिलने के कारण आयोजित नहीं होगा कार्तिक पूर्णिमा मेला

 

 

विधान केसरी समाचार

 

मेरठ/हस्तिनापुर। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मखदुमपुर गांव के समीप जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चैधरी ने जिला पंचायत के इंजीनियरों की टीम के साथ, मेले की संभावना को देखते हुए गंगा घाट पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
19 अक्टूबर को खादर में आई बाढ़ जहां किसानों को प्रभावित किया वही मखदुमपुर गंगा घाट पर जिला पंचायत द्वारा लाखों रुपए के बजट से आयोजित होने वाले मेलें के आयोजन पर भी पानी फेर दिया है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा की रेती में लगने वाले पांच दिवसीय मेले का आयोजन जिला पंचायत द्वारा कराया जाता है। जिसे देखते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चैधरी ने सोमवार को जिला पंचायत के इंजीनियरों की टीम के साथ मखदुमपुर गंगा घाट पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। जहां पर जिला पंचायत के इंजीनियरों ने घंटों गंगा की रेती में कड़ी मशक्कत की परंतु कार्तिक पूर्णिमा का मेला लगाने के लिए उचित स्थान उन्हें कहीं नजर नहीं आया क्योंकि अभी गंगा में आई बाढ़ के कारण गंगा के किनारे दूर-दूर तक दलदल फैली हुई है वहीं गंगा का कटान भी किनारों को लगातार तोड़ रहा है और पानी की अत्यधिक गहराई है जिसे देखते हुए मेला का आयोजन संभव नहीं है। जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चैधरी ने बताया कि जिला पंचायत द्वारा मखदुमपुर के गंगा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेले का आयोजन कराया जाता है जिसमें कई जिलों के लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। जिनकी सभी सुविधाएं जिला पंचायत द्वारा कराई जाती है। दीपावली से लगभग दो सप्ताह बाद मेलें का आयोजन होता है। जिसे देखते हुए सोमवार को गंगा घाटों पर जिला पंचायत के इंजीनियरों द्वारा निरीक्षण किया गया परंतु कहीं पर भी मेला आयोजित होने के लिए उचित स्थान नजर नहीं आया इसलिए इस बार मेले का आयोजन स्थगित रहेगा।