शीशगढ़ः पुलिस की चेतावनी के बाद किच्छा नदी से बल्ली फंटी उखाड़ ले गए ,अबैध बसूली करने बाले,अव राहगीरों को परेशानी

 

विधान केसरी समाचार

 

शीशगढ़/बरेली। जिला बरेली के थाना शीशगढ़ के गाँव बरगवां के निकट बर्गमा पनबड़िया मार्ग पर बाढ़ से छतिग्रस्त पुल पर बल्ली फंटी लगाकर अबैध बसूली करने बालो ने पुलिस की चेतावनी के बाद कानूनी कार्यवाही के डर से बल्ली फंटी उखाड़ कर ट्राली में भरकर अपने गाँव भिजबा दी । इसके बाद पुलिस ने मामले की जानकारी तहसील प्रशासन को देने के बाद ग्राम प्रधान से टूटे पुल पर बैकल्पिक व्यवस्था करने का आदेश दिया । साथ ही पी डव्लू डी विभाग को भी सूचित कर दिया है।

बताते चलें कि गतदिनों आई बाढ़ से गाँव बरगवां के पास किच्छा नदी पर बना नवनिर्मित पुल का कुछ हिस्सा टूट गया था ।टूटे पुल पर कुछ दबंगो ने बल्ली फंटी लगाकर रास्ता बनाकर मोटरसाइकिल व साइकिल बाले राहगीरों से 10 रुपये प्रति वाहन अबैध बसूली शुरू कर दी थी ।अबैध बसूली होने की खबर अखबारों में प्रकाशित होने से जानकारी अधिकारियों को होने पर थाना शीशगढ़ की चैकी मानपुर व शेरगढ़ पुलिस हरकत में आई और मानपुर चैकी प्रभारी एस आई बिनोद कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुचे तथा अबैध बसूली करने बालों को सख्ती से चेताया कि टूटे पुल पर बैकल्पिक रास्ता बनाना जनहित के कार्य है ।जिसकी कोई भी बसूली नहीं होगी ।यदि किसी भी तरह की बसूली की सूचना मिली तो आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही होगी। पुलिस की चेतावनी के बाद अबैध बसूली करने बालों ने बैकल्पिक रास्ते को लगाई गई बल्ली फंटी उखाड़कर ट्राली में भरकर अपने घर ले गए ।

 

निराश होकर लौटने को मजबूर हुए राहगीर

 

अबैध बसूली करने बालो के द्वारा बल्ली फंटी उखाड़कर बैकल्पिक रास्ता खत्म करने के बाद दोपहिया वाहन बाले राहगीर दिन भर परेशान रहे और निराश होकर लम्बी दूरी तय करने को मजबूर होकर लौट गए ।इस पुल से ब्लाक शेरगढ़ व देवरनिया क्षेत्र के लगभग 30 गाँवों का रास्ता है । राहगीरों का कहना है कि मानपुर से बरगवां होकर शेरगढ़ लगभग 10 किलोमीटर पड़ता है तथा देवरनिया की दूरी 20 किलोमीटर है ।वही बहेड़ी या शाही होकर जाने पर 50 से 70 किलोमीटर का रास्ता है । उधर पुलिस की सूचना के बाद भी तहसील से कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा ।

चैकी प्रभारी मानपुर विनोद कुमार तोमर ने वताया कि बरगवां पुल पर अबैध बसूली की जानकारी पर मैं मौके पर गया था ।मुझे मौके पर न तो अबैध उगाही करने बाला मिला और न ही वहाँ कोई बल्ली फंटी का रास्ता मिला ।मैंने राहगीरों की दिक्कतों को देखते हुए समस्या से तहसील प्रशासन को अवगत कराकर ग्राम प्रधान से बैकल्पिक रास्ता बनाने को कहा है ।