फरीदपुरः नालों के मुहाने बंद, वित्तीय बजट के करोड़ों पानी में बहे
विधान केसरी समाचार
फरीदपुर/ बरेली। शासन द्वारा प्रदत वित्तीय बजट से करोड़ों की रकम से तैयार दर्जनों नालों के मुहाने बंद कर जल निकास का गला घोट दिया नालों में भरी भीषण गंदगी से तैयार मच्छरों के जखीरे को आशियाना दे दिया।
बता दे नगर की व्यवस्था सुचारू रखने के लिए नगर पालिका परिषद को खड़ा किया गया था जिससे लोगों को स्वच्छ जल बेहतर सड़कें चकाचैंध रोशनी जल निकास को विशालकाय नाले स्वच्छ भारत मिशन के तहत सफाई व्यवस्था दी जा सके प्रतिवर्ष शासन की ओर से समस्त सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिए वित्तीय बजट के तहत करोड़ों की रकम आती है जिससे नगर वासियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सके लेकिन कहावत सटीक है ढाक के तीन पात ही रह जाते हैं क्योंकि पालिका प्रशासन दबंग ठेकेदारों को देता है ठेका रकम का होता है बंदरबांट घटिया सामग्री से होता है निर्माण नगर में दर्जनों नाले तैयार हुए हैं लेकिन नालों के मुहाने बंद है स्टेशन रोड का नाला पीएनबी बैंक के सामने मोहल्ला परा जाट वान का नाला जय काली मां श्मशान भूमि के आगे वही बीसलपुर रोड का नाला भी बंद है बंद नालो ने नगर के जल निकास का गला घोट दिया है स्टेशन रोड के गंदगी और पानी से लबालब नाले को तिराहे पर पंपसेट लगाकर कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने बहाया जाता है जिस से गुजरने वाले वाहनों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है बारिश के दौरान नालों की तली झाड़ सफाई ना होने से नाले गंदगी और कूड़ा कबाड़ से बजबजारहे हैं जो भयंकर मच्छरों का आशियाना भी बने हैं नगर में वैसे भी टाइफाइड मलेरिया डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियों का बोल वाला है चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है सरकारी से लेकर निजी अस्पताल झोलाछाप क्लीनिक मरीजों से भरे पड़े हैं कीटनाशक छिड़काव पालिका प्रशासन भूल गया है फिर भी पालिका चैतरफा विकास का दावा करता है नगर वासियों की माने तो फरीदपुर का नगर नर्क मय हो गया है पालिका प्रशासन को वित्तीय बजट खपाने में ख्याति प्राप्त है जो नगर वासियों को रास नहीं आ रही।