भगवान राम की नगरी में होने जा रही है परिक्रमा मेले की शुरुआत
राम नगरी में परिक्रमा मेला की शुरुआत हो रही है. पिछले सालों में कोरोना के चलते कार्तिक मेले पर प्रतिबंध लगा रहा लेकिन इस वर्ष लोगों में उत्साह है क्योंकि रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है. ऐसे में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में आमद को लेकर जिला प्रशासन भी सतर्क है और जिला प्रशासन ने आला अफसरों के साथ परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया है. श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखने के साथ ही परिक्रमा पथ पर राम नगरी की गरिमा के अनुरूप साफ सफाई और प्रकाश की व्यवस्था हो, इसके लिए भी आला अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. एडीएम सिटी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नगर के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट विकास प्राधिकरण पीडब्ल्यूडी निगम नगर निगम के अधिकारी परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया है. परिक्रमा मार्ग भक्तों की सुविधा के लिए तथा गड्ढा मुक्त किए जाने के लिए पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिया गया और साफ सफाई के लिए नगर निगम को दिशा निर्देश दिए गए हैं.
परिक्रमा मार्ग के आसपास फैली गंदगी को साफ कराने का अधिकारियों के द्वारा निर्देश दिया गया. 12 नवंबर को 14 कोस परिक्रमा की शुरुआत होगी. वहीं, 13 नवंबर तक चलेगी. 14 कोस के बाद 14 नवंबर को 5 कोस की परिक्रमा शुरू होगी, जो 15 नवंबर तक चलेगी. इसके साथ ही 19 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का स्नान होगा और स्नान के साथ ही कार्तिक मेले का समापन होगा. इस दरमियान अयोध्या में बड़ी संख्या में कल्पवास करने वाले लोग पूरे कार्तिक माह में अयोध्या में निवास करते हैं. सरयू के दर्शन करते हैं और मां सरयू में ही दीपदान भी करते हैं. अयोध्या के सभी पारंपरिक मेलो पर कोरोना का साया था जिसके वजह से पिछले सालों में कोरोना के वजह से बंदिशे लागू थी.
एडीएम सिटी सलील पटेल ने बताया कि आगामी 12 नवंबर से परिक्रमा मेले की शुरुआत है. 12 नवंबर को 14 कोस का परिक्रमा प्रारंभ होगा जो 13 नवंबर तक चलेगा और 14-15 नवंबर को पंचकोशी परिक्रमा है. 18 और 19, 2 दिन इस बार पूर्णिमा स्नान है. सिटी मजिस्ट्रेट, एसपी सिटी, नगर निगम विकास प्राधिकरण इन सभी अधिकारियों के साथ परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया गया है. संपूर्ण परिक्रमा मार्ग को साफ करने के निर्देश दिए गए हैं. कई जगहों पर विकास कार्यों के लिए कच्चे मटेरियल पड़े हैं, उनको हटाने का निर्देश दिया गया है. साथ ही मरम्मत के आसपास लोगों के द्वारा रखे गए गोबर को भी हटाने के लिए नगर निगम को कहा गया है. संपूर्ण परिक्रमा मार्ग पर नालियों को बंद करने और गड्ढों को पाटने का निर्देश भी दिया गया है. कूड़ा घर और डंप यार्ड पर व्यू कटर लगाकर बंद किया जा रहा है. साथ ही कई जगहों पर बैरिकेड लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं. इस बात को प्राथमिकता दी जाएगी कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरीके की असुविधा का सामना न करना पड़े. इसके साथ में मंदिर निर्माण शुरू हुआ है और इस पर अयोध्या में मेले के दरमियान पढ़ने वाली भीड़ पर बोलते हुए एडीएम सिटी ने कहा कि पूर्व की भांति विकसित करने के लिए मजिस्ट्रेट ड्यूटी पुलिस के साथ लगाई जाएगी जगह जगह पर बैरिकेडिंग लगाई जाएगी. पूर्व में जिस तरह से भीड़ को नियंत्रित किया गया था, उसी तरह से इस वर्ष भी भीड़ पर नियंत्रण रखा जाएगा.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नगर विजय पाल सिंह ने बताया कि 12 और 13 नवंबर को 14 कोस की परिक्रमा है और उसके बाद पंचकोसी परिक्रमा होगी और इसके साथ कार्तिक पूर्णिमा स्नान होगा. इसी के मद्देनजर परिक्रमा पथ का निरीक्षण किया जा रहा है. जहां पर भी अतिक्रमण है, उस जगह से परिक्रमा मार्ग को खाली कराया जा रहा है. साफ-सफाई और सुरक्षा की व्यवस्था पर भी ध्यान दिया जा रहा है. संपूर्ण परिक्रमा मार्ग पर पुलिस के भी व्यापक इंतजाम आप रहेंगे. जगह-जगह पर बैरीकेटिंग लगाई जाएगी. इसके साथ ही परिक्रमा पथ पर मिलने वाली गलियों पर भी बैरिकेड लगाए जाएंगे. यातायात व्यवस्था और डायवर्सन प्लानिंग भी रहेगी. अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था परिक्रमा के दौरान सख्त रखी जाएगी. कोरोना के बचाव के जितने भी उपाय हैं, उनपर भी अम्ल किया जाएगा.