हरदोई: किसान नेता पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर बैठे धरने पर
विधान केसरी समाचार
हरपालपुर/हरदोई– अरवल पुलिस का खौफनाक चेहरा सामने आ गया जब एक महिला अपने बेटे के साथ पुलिस से फरियाद करने पहुंची तो पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय बेटे को मारपीट कर थाने से भगा दिया तथा महिला का शांति भंग में चालान कर दिया।इसी मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर भारतीय किसान मजदूर यूनियन दशहरी के कार्यवाहक जिला अध्यक्ष प्रमोद सिंह के नेतृत्व में बेडीजोर पुल पर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया गया है।
बताते चलें अरवल थाना क्षेत्र के खजुआपुर गांव में 3 नवंबर को सरस्वती व रामलली के बीच मारपीट की घटना हुई थी।दोनों पक्षों की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई लेकिन पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए शांति भंग में चालान कर दिया था। सरस्वती के बेटे सचिन का आरोप है कि रविवार को मारपीट के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने पर गया था। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने की वजाए उसकी मां सरस्वती का दूसरी बार शांति भंग में चालान कर दिया तथा उसे पुलिस कर्मियों ने मारपीट कर थाने से भगा दिया।
अरवल पुलिस की कार्यशैली से नाराज भारतीय किसान मजदूर यूनियन के कार्यवाहक जिला अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह ने पीड़ित को लेकर अरवल थाना क्षेत्र के बेड़ीजोर पुल पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है और उनकी मांग जब तक दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होगी तथा पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज नहीं की जाएगी तब तक अनशन जारी रहेगा। अरवल थाना अध्यक्ष राजपाल ने बताया दोनों पक्षों में मामूली मारपीट हुई थी। जिसको लेकर पहले शांति भंग की कार्रवाई की जा चुकी थी। रविवार को दोनों पक्ष पुनः थाने आए और थाने में ही दोनों पक्षों में विवाद होने लगा।इसी को लेकर शांति भंग की कार्यवाही की गई है। सरस्वती के बेटे को सिर्फ सिपाही द्वारा डाटा गया है। मारपीट की बात से इंकार किया है।