रायबरेलीः हाय महंगाई की मार कैसे हो दिवाली का त्यौहार
विधान केसरी समाचार
डलमऊ/ रायबरेली। बढ़ती हुई महंगाई किसानों मजदूरों गरीबों की कमर तोड़ कर रख दी है महंगाई इस चरम सीमा पर है कि लोगों को सामान्य जीवन जीने के लिए बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। उस पर दिवाली के त्यौहार को मनाने के लिए लोग इधर उधर से व्यवस्था कर दीपावली का त्यौहार मना रहे हैं। सरसों का तेल से लेकर गैस पेट्रोल डीजल तक में इस कदर महंगाई बढ़ती जा रही है कि लोगों को सामान्य जीवन भी जीना दुश्वार हो गया है वादा करके सरकारें आती हैं चली जाती हैं लेकिन सत्ता में आने के बाद महंगाई व भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगा पाती है आखिर गरीब मजदूर किसान यह सब कहां जाएं दीपावली जैसेसे त्यौहार में सामान्य लोगों का खर्चा कई गुना बढ़ जाता है जिससे लोगों को इस महंगाई में अपना परिवार चलाना मुश्किल होता जा रहा है।
आने वाले वक्त में अगर सरकार महंगाई रोकने में नाकाम रही तो आने वाला वक्त बहुत ही भयावह होगा । डलमऊ क्षेत्र के किसान विनय त्रिवेदी, राजनारायण त्रिवेदी, पुत्तन लाल तिवारी, संतकुमार तिवारी घनश्याम मौर्य, नरेंद्र मौर्य, समशेर मौर्य, ब्रजमोहन पाल, प्रदीप यादव आदि किसानों से बात करने पर बताया कि पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने पर हर चीज महंगी हो जाती है परंतु किसानों का अनाज वही का वही रेट रहता है जैसे लगभग दो वर्ष पहले डीजल पेट्रोल के दाम पैंसठ रुपये से पच्छत्तर रुपये के बीच में थे तब भी किसानों का गेहूं व धान का दाम अट्ठारह सौ से दो हजार रुपए प्रति कुंटल था अब वही पेट्रोल और डीजल का मूल्य सौ रुपये से पार कर गया तब भी आज भी किसानों के अनाज का दाम वही है।