पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में टीएलपी कार्यकर्ताओं से हुई झड़प में चार पुलिस कर्मियों की मौत
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला जिले के साधोक के पास बुधवार को प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ हुई झड़प में कम से कम चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 250 से अधिक घायल हो गए. इस पर पंजाब के CM उस्मान बुजदार ने ट्वीट कर कहा है कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने ट्वीट करते हुए इसकी निंदा की है और कठोर कानूनी कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा ‘टीएलपी कार्यकर्ताओं की गोलीबारी में चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और हिंसा में 253 अन्य घायल हो गए. हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.’
फिलहाल पूरे मामले पर पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने कहा है कि सरकार किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं देगी. उन्होंने पहले ही प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) द्वारा नियोजित लॉन्ग मार्च को रोकने के निर्देश जारी किए थे.
सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि पाक PM इमरान खान के संघीय मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया. इस दौरान पीएम इमरान खान ने कहा है कि सरकार ‘राजनीतिक उद्देश्यों के लिए हिंसा की अनुमति नहीं देगी.’ खबर है कि बैठक के दौरान प्रतिबंधित संगठन के विरोध मार्च के बारे में जानकारी दी गई, जिस पर सरकार ने एक्शन लेते हुए प्रदर्शनकारियों को झेलम से आगे बढ़ने की अनुमति नहीं देने का फैसला किया.
वहीं गुजरांवाला जिले में हुई झड़प के दौरान पुलिस प्रवक्ता नायब हैदर ने पहले एक पुलिसकर्मी की मौत की पुष्टि की थी जिसकी पहचान कसूर एएसआई एम अकबर के रूप में हुई थी. इसके बाद मंत्री शेख राशिद अहमद ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि हिंसा में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 70 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें से आठ की हालत गंभीर है.