जीका वायरस को लेकर यूपी सरकार सतर्क, जारी की गई एडवाइजरी

 

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में जीका वायरस महामारी को लेकर चेतावनी जारी की है. इस हफ्ते के आखिर में कानपुर में जीका वायरस का पहला मामला देखने को मिला है जिसके बाद सरकार ने ये एडवाइजरी जारी की गई है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक वेद व्रत सिंह के द्वारा जारी एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, राज्य के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जीका वायरस के संदिग्ध मामलों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है. वहीं किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रयोगशाला को परीक्षणों का संचालन करने के लिए लगाया गया है.

 

हालांकि ये वायरस दुनिया के सबसे खतरनाक वायरसों में से एक माना गया है, लेकिन फिलहाल इसका सिर्फ एक मामला देखने को मिले है. सरकार ने अपील की है कि लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है. इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए आसान और उचित निवारक उपाय जरूर अपनाएं.

 

जीका वायरस मुख्य रूप से एक संक्रमित एडीज प्रजाति के मच्छर (एई इजिप्टी और एई अल्बोपिक्टस) के काटने से लोगों में फैलता है. ये वही मच्छर हैं जो डेंगू और चिकनगुनिया भी फैलाते हैं. जीका वायरस केवल यौन संपर्क के माध्यम से लोगों के बीच संक्रामक है.

जीका बुखार के लक्षणों और संकेतों में बुखार और ठंड लगना, जोड़ों में दर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते और आंखे लाल होना शामिल हैं. हालांकि जीका बुखार सामान्य होता है, लेकिन यह अजन्मे बच्चों में गंभीर जन्म दोष पैदा कर सकता है.