मऊ: पानी की कमी से होते हैं मूत्र विकार- डा. आशीष वर्मा
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मऊ। बढ़ती उम्र के लोगों में मूत्र विकार का होना आम बात है बढ़ती उम्र के साथ साथ प्रोस्टेट बढ़ने के कारण पेशाब नली का रास्ता संकरा हो जाता है, इसके अलावा पानी कम पीने के कारण पेशाब नली में संक्रमण होने के कारण पत्थर बनने लगते हैं, जिससे मुत्र संबंधित विकार होने लगते हैं, खासकर बुजुर्गों में यह बीमारी आम बात है।
उक्त उद्गार आशीष नर्सिंग होम के चिकित्सक एवं जनपद के प्रथम यूरोलॉजिस्ट डा. आशीष वर्मा ने शनिवार की सायं आशीष नर्सिंग होम में मूत्र विकार के कारण, लक्षण एवं उपचार विषयक गोष्ठी के दौरान व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि 50 वर्ष से ऊपर के लोगों में मूत्र विकार संबंधी समस्या अधिक होती है, इस अवस्था के लोगों को मांसाहार से परहेज करना चाहिए, पालक बीज वाले सब्जियों के प्रयोग से बचना चाहिए। लक्षणों के बारे में बताया कि रात में बार बार पेशाब लगना, रुक रुक कर पेशाब होना इसके प्रमुख शुरुआती लक्षण हैं। इन लक्षणों पर यदि समय से ध्यान दें तो मूत्र विकार से बचा जा सकता है, जिससे रोगी शल्य क्रिया एवं धन दोनों से बच सकता है।
कहा कि उपरोक्त लक्षण दिखने पर कुशल एवं योग्य चिकित्सक की निगरानी में उपचार कराना चाहिए। गोष्ठी में डा.ओएन वर्मा, डा.दीपिका पाटिल वर्मा, डा. कुसुम वर्मा, संजय कुमार, रागिनी, सौम्या, नेहा, राम हरख समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।