बीसलपुरः पराली से प्रदुषण के नाम पर किसानों का शोषण बर्दास्त नहीं – देवस्वरुप पटेल
विधान केसरी समाचार
बीसलपुर। किसान नेता एवं प्रांतीय संरक्षक क्रांतिकारी विचार मंच उत्तर प्रदेश देवस्वरुप पटेल ने किसान, श्रमिक, व्यापारी पंचायत मंच के प्रधान कार्यालय बड़ागांव मे कहा कि, पराली से प्रदुषण के नाम पर किसानों का उत्पीड़न बर्दास्त नहीं किया जायेग किसान नेता देवस्वरुप पटेल ने कहा कि, उन्होंने सबसे पहले 15दिसंबर 2018को लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के परिनिर्वाण दिवस पर सरदार पटेल स्मारक जीपीओ लखनऊ मे धरना देकर मुख्य मंत्री उत्तर प्रदेश शासन योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन दिया जिसमे कहा गया कि प्रदुषण के नाम पर किसानों का उत्पीड़न न किया जाये पटेल ने कहा कि, प्रदुषण ईंट भट्टो ओवर लोड भारी वाहनों के धुएँ एवं टायरों व धुआँधार हो रहे अवैध निर्माणों की धूल कोलतार एवं आतिशवाजी पटाखों, हरे पेड़ पौधों के लगातार कटान आदि से 99 होता है और ये सब प्रदुषण करने के कृत्रिम कारण है जबकि धान, गन्ना गेहूं आदि की पराली प्राकृतिक है उससे 1भी प्रदुषण नहीं होता पटेल ने कहा कि, उन्होंने स्वम् ज्ञापन मे शासन को यह सुझाव दिया था कि फसल की पराली गौ शालाओं एवं पशु शालाओं मे चारा (भोजन के रूप मे) इस्तेमाल की जा सकती है क्योंकि पशुओं का भोजन फैक्ट्रीयों मे नहीं बनता। जब पराली पशुओ के भोजन मे पशु शालाओं मे इस्तेमाल हो जाएगी तब पराली जलाने की नौवत ही कहा आएगी और गोवंश एवं असहाय पशुओं की दुर्दशा भी होने से बच जाएगी पटेल ने कहा कि, शासन ने सुझाव को गंभीरता से लेते हुए प्रत्येक जनपद के जिलाधिकारी एवं मंडल अध्यक्षों को आदेश दिए थे जिसे बरेली मंडल के उस समय के आयुक्त रणवीर प्रसाद ने तत्परता से लागू कराने को प्रशाशनिक अधिकारीयों की मीटिंग बुलाई पीलीभीत सहित कई जिलों मे पराली का यह प्रवंधन सार्थक होने लगा था मगर कुछ समय बाद से प्रशाशनिक लापरवाही होने से पराली का इस्तेमाल गौ वंश एवं असहाय पशुओ के चारा को पशुशालाओं मे नहीं हो पा रहा है जिससे पशुशालाओं मे चारे के आभाव मे प्रत्येक पशुशाला मे पशुओंकी दुर्दशा हो रही है । जबकि मुख्यमंत्री जी पशु शालाओं की व्यवस्था ठीक करने को बार -बार आदेश दे चुके है। पटेल ने पंचायत मे स्पष्ट किया कि, पराली का सही प्रवंधन शासन के आदेश के अनुसार करने मे लापरवाही वरती गईं तो 20अक्टूबर से अभियान चलाकर अहिंसात्मक जन आंदोलन किये जायेंगे जिसको पूर्ण जिम्मेदारी सम्बंधित अधिकारीयों की होगी।
पंचायत की अध्यक्षता रामवीर सिंह ने की था संचालन पंडित रामसेवक शर्मा ने किया पंचायत मे प्रमुख रूप से रोशन लाल राजपूत, रामचंदर अशोक त्रिवेदी, रविंद्र कुमार गंगवार, पुखराज, मथुराप्रसाद, विरपाल वर्मा, नारायनलाल सक्सेना, सर्वेश गंगवार, सुखलाल वर्मा, लाखनलाल सागर, गिरीश चंद्र गंगवार, भगवान दास, सियाराम पटेल, डॉ दीनदयाल, राम सनेही आदि सम्मलित थें।