मुंह और दातों में दिखने वाली ये परेशानी डायबिटीज के हैं संकेत, इस तरह करें अपना बचाव

 

आजकल की लाइफस्टाइल में डायबिटीज एक ऐसी बीमारी बन गई है, जिसके लोग सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं. डायबिटीज होने पर आपके शरीर के दूसरे हिस्से भी प्रभावित होते हैं. डायबिटीज का पता आप रेगुलर टेस्ट से करा सकते हैं. इसके अलावा अगर आपके मुंह में कुछ परेशानी होने लगे तो समझिए आपको डायबिटीज है. ब्लड शुगर बढ़ने पर लोगों को ओरल प्रोब्लम होने लगती है. डायबिटीज की वजह से मुंह में लार का स्रावण ज्यादा होने लगता है, जिससे मुंह में फंगल इंफेक्शन, सूजन और छाले की समस्याएं होने लगती है. इसके अलावा कुछ लोगों को मसूड़ों में परेशानी या दांतों में दर्द की समस्या शुरू हो जाती है. आपको मुंह की इन समस्याओं से बचने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए.

ये हैं डायबिटीज के लक्षण

 

1- ड्राई माउथ- डायबिटीज के टाइप 1 और टाइप 2 के शुरुआती लक्षणों में से एक है मुंह का सूखना. ऐसे में व्यक्ति को हर समय प्यास लगती रहती है. ऐसा लगता है एक बार में न जाने कितना पानी पी जाएं. हालांकि ऐसा कई बार डायबिटीज को कंट्रोल करने वाली कुछ दवाओं के इस्तेमाल की वजह से भी होता है. ड्राई माउथ के लक्षणों में जीभ का सूखना, जीभ पर खुरदुरापन महसूस होना, मुंह में सूखापन, होंठ फटना और सूखना, मुंह में छाले और निगलने में दिक्कत होना. बात करने या चबाने में परेशानी हो सकती है.

2- मसूड़ों में दिक्कत- डायबिटीज का दूसरा लक्षण है कि आपके दांतों और मसूड़ों के नीचे लार नहीं बन पाती है. जिससे शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है और रोगाणु, प्लाक बनने लगते हैं. इस स्थिति में मसूड़ों में परेशानी होने लगती है. आपके दांतों की सड़न और दांतों के टूटने जैसी परेशानी होने लगती है. डायबिटीज कंट्रोल नहीं करने पर मसूड़ों की बीमारी जैसे मसूड़ों में सूजन और लाल होना, खून आना, गले में खराश, दांतों में सेंसिटिविटी, सांस में बदबू आना और मुंह में खराब स्वाद आने जैसे लक्षण दिखने लगते हैं.

3- दांतों का गिरना- डायबिटीज के मरीजों को दांतों में भी शिकायत होने लगती है. ब्लड शुगर बढ़ने से मसूड़े के चारों ओर प्लाक बन जाता है जिससे दांतों की पकड़ ढीली हो जाती है. कई बार ऐसी स्थिति में दांत गिरने की समस्या भी हो जाती है. एक रिसर्च में पता चला है कि डायबिटीज के मरीजों के दांत गिरने का खतरा औसतन दोगुना होता है. उम्र के साथ ये खतरा और बढ़ जाता है. ऐसे में दांतों में दर्द और मसूड़ों में सूजन की समस्या सबसे ज्यादा होती है.

अन्य लक्षण 
⦁ बार-बार टॉयलेट आना
⦁ बहुत भूख और प्यास लगना
⦁ अचानक से वजन बढ़ना या कम होना
⦁ थकान
⦁ चिड़चिड़ापन
⦁ आंखों में धुंधलापन
⦁ घाव का देरी से भरना
⦁ स्किन इंफेक्शन
⦁ ओरल इंफेक्शन्स
⦁ वजाइनल इंफेक्शन्स