राज्य सरकार ने समीर वानखेड़े पर नजर रखने का पुलिस को नहीं दिया था आदेश-समीर वानखेड़े

 

महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस या किसी अन्य एजेंसी को एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े की गतिविधियों पर नजर रखने का आदेश नहीं दिया है. क्रूज जहाज पर छापेमारी का नेतृत्व करने के बाद चर्चा में आए समीर वानखेड़े ने सोमवार को शिकायत दर्ज कराई थी कि 2 पुलिस अधिकारी उनका पीछा कर रहे थे. क्रूज पर छापेमारी के बाद बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया गया था.

 

वालसे पाटिल ने कहा, ‘‘सरकार ने पुलिस या राज्य के खुफिया विभाग को समीर वानखेड़े पर नजर रखने के लिए कोई आदेश नहीं दिया है. मैंने सुना है कि उन्होंने (वानखेड़े) पुलिस महानिदेशक से शिकायत की है. हम इस पर गौर करेंगे.’’ मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि पुलिस उन पर नजर रख रही है.’’

 

एनसीबी के एक अधिकारी के अनुसार, वानखेड़े नियमित रूप से उपनगर ओशिवारा में कब्रिस्तान जाते थे, जहां उनकी मां को 2015 में उनकी मृत्यु के बाद दफनाया गया था. एनसीबी अधिकारी ने सोमवार को दावा किया था कि कथित तौर पर ओशिवारा थाने के दो अधिकारी कब्रिस्तान गए और वानखेड़े की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी फुटेज लिया.

गौरतलब है कि सोमवार के दिन समीर वानखेड़े अपने वरिष्ठ अधिकारी के साथ महाराष्ट्र डीजीपी संजय पांडे से मिलने गए थे. सूत्रों में बताया कि उस मीटिंग में वानखेड़े ने शिकायत करते हुए कहा कि कुछ लोग उनका पीछा कर रहे हैं और इसके पीछे मुंबई पुलिस पर आशंका जताई. उनकी वही शिकायत मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नगराले को मिली. इसके बाद उस शिकायत पर जांच करने के लिए एक एडिशनल कमिश्नर रैंक के अधिकारी को ज़िम्मेदारी दी गई और जांच कर रिपोर्ट देने की को कहा गया. उन्होंने अपनी शिकायत में बताया था कि उन्हें दो मुंबई पुलिस के कर्मचारी प्लेन कपड़े में फ़ॉलो कर रहे हैं. इतना ही नहीं उनकी लोकेशन को ध्यान में रखकर उसका सीसीटीवी फ़ुटेज भी निकाला जा रहा है.