यूपी में मुस्लिम समाज का नेता नहीं, आवाज दबा रही है सरकार-असदुद्दीन ओवैसी
यूपी विधानसभा चुनाव में इस बार एआईएमआईएम भी किस्मत आजमा रही है. एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी प्रदेश में लगातार दौरा कर अपनी पार्टी के पक्ष में माहौल बना रहे हैं. ओवैसी अपनी रैलियों में योगी सरकार से लेकर विरोधी दलों के नेताओं पर निशाना साधने से भी नहीं चूक रहे हैं. रविवार को बलरामपुर के उतरौला पहुंचे ओवैसी फिर हमलावर अंदाज में दिखे.
ओवैसी ने कहा कि यूपी में हर समाज का एक नेता है, अगर किसी समाज का नेता नही है, अगर किसी समाज की कोई आवाज नही है, अगर किसी समाज को दबाया जा रहा है, अगर किसी समाज को कुचला जा रहा है, तो वो उत्तर प्रदेश का मुसलमान है. मैं ताली मारने के लिए नही बोल रहा हूं. आपको फिक्र देना चाह रहा हूं कि आप यहां से जब उठकर जाएंगे तो एक पैगाम लेकर जाएंगे. ओवैसी ने कहा कि दो बार का उतरौला विधायक आरिफ अनवर हाशमी जेल में है, लेकिन अखिलेश यादव की जुबान से उनका नाम नही निकलता.
ओवैसी ने लखीमपुर की घटना को लेकर भी सरकार को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि चार किसान और एक पत्रकार की मौत हो गई. अफसोस इस बात का है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी जुबान से कुछ नहीं कहते. मोदी जी लखनऊ तो आए और आकर कहा इस बार 18 लाख दिए जलाइए. यह जो 8 लोग मर गए इनमें तीन बीजेपी के भी थे. क्या यह अपने घर में दिया जलाएंगे. इनके घर में तो अंधेरा हो चुका है.
भारत के लोकतंत्र में जब कोई मरता है तो सारी पार्टियां चीखने लगती है और 15 दिन के बाद सभी उसे भूल जाते हैं. उस परिवार को फिर परेशानी में गुजारा करना पड़ता है. यह हकीकत है, लेकिन योगी आदित्यनाथ कहेंगे क्या मैंने पीड़ित परिवार को ₹45 लाख नहीं दिए.
ओवैसी ने सीएम योगी से सवाल करते हुए कहा कि योगी जी क्या किसी इंसान की जान की कीमत कोई लगा सकता है. 45 लाख किसी की जान की कीमत हो सकती है. उस मां से पूछो जिसने उस बच्चे को कैसे पाला होगा और बच्चे को बिस्तर पर नहीं अपने जिस्म पर लिटाया होगा.
ओवैसी ने कांग्रेस पार्टी पर भी जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अब दम नहीं रहा. अगर आप दुनिया के सबसे बड़े हकीम को ले आएंगे और कहेंगे कि इस पार्टी को जिंदा करने की कोई दवा है, तो हकीम साहब कहेंगे तुझे ताकत की दवा दे सकता हूं, इस पार्टी में अब कुछ नहीं रहा. जिंदगी नाम की कोई चीज नहीं रही.