महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बहनों के घर इनकम टैक्स की रेड
आयकर विभाग ने गुरुवार को अजित पवार की 3 बहन, बेटे और उनसे संबंधित लोगों के कुल 40 निवासी और व्यावसायिक ठिकानों पर छापेमारी की. इस कार्रवाई के मार्फत कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. आयकर विभाग के मुताबिक 2 बिचौलियों ने ओबेरॉय होटल में स्थाई कमरे बुक करा रखे थे जहां अवैध लेन देन होता था. आयकर विभाग को करीब 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के लेन-देन की जानकारी मिली है. आयकर विभाग की छापेमारी ने महाराष्ट्र की राजनीति को गरमा दिया. अजित पवार से जुड़े ठिकाने पर हुई करवाई को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बदले की भावना करार दिया है और इसे सत्ता का दुरुपयोग बताया है.
गुरुवार को जब आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के कई शहरों में ताबड़तोड़ करवाई की तो चौंकाने वाले बात सामने आएं. आयकर विभाग की ये करवाई महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के क़रीबियों के यहां हुई है. इसमें अजित पवार की 3 बहनों के घर उनके बेटे पार्थ पवार से सम्बंधित कम्पनी के दफ़्तर के लावा उनसे संबंधित लोगों के कुल 40 निवासी और व्यावसायिक ठिकानों पर छापेमारी की.
छापेमारी को लेकर अजित पवार ने कहा कि इनकम टैक्स विभाग का अधिकार है कि उन्हें कहां और कब छापेमारी करना है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मैं ज़्यादा कुछ नहीं बोला चाहता हूं, मेरी बहनो को बीच में लाने की ज़रूरत नहीं थी. मिली जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग की छापेमारी से कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं.
23 सितंबर 2021 से महाराष्ट्र के कई इलाक़ों में आयकर विभाग ने एक सर्च ऑपरेशन को अंजाम दे रहा था जिसमें कुछ दलाल, व्यापारी और अधिकारियों के घर सर्च किए गए थे. 6 महीने से प्राप्त हो रही गुप्त जानकारी के आधार पर छापेमारी क़रीबन 25 घरों और 15 कार्यालयों पर की गई.
वहीं इस मुद्दे को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, ”लखीमपुर खीरी में किसानो के साथ जो कुछ हुआ उसे लेकर महाराष्ट्र कैबिनेट ने निषेध प्रस्ताव पास किया. मैंने दिल्ली में शख्त प्रतिक्रिया दी शायद इसलिए सत्ताधारी दल के किसी व्यक्ति को बुरा लगा होगा इस लिए ऐसी करवाई हो रही हो. मैंने अजित पवार का बयान सुना है उन्होंने कहा की अगर आयकर चोरी के सम्बंध में अगर आयकर विभाग ने करवाई की है तो उन्हें वो करने का अधिकार है लेकिन जिससे इनका सम्बंध नहीं उनके घर भी छापेमारी की गई है ये सत्ता का दुरुपयोग है.”