प्रेग्नेंसी में शारदीय नवरात्रि का व्रत रखना चाहिए या नहीं, जानें

 

पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्रि का व्रत आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है. इस बार यह तिथि 7 अक्टूबर को है. नवरात्रि का व्रत हिंदू धर्म में विशिष्ट स्थान रखता है. अधिकांश लोग नवरात्रि में 9 दिन व्रत रखकर मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा करते हैं. इससे माता रानी प्रसन्न होकर उनकी मनोकामना पूरी होने का आशीर्वाद प्रदान करती हैं.

 

मां दुर्गा को प्रसन करने के लिए कुछ प्रेग्नेंट महिलाएं भी नवरात्रि का व्रत रखती हैं. परन्तु कई बार ऐसा होता है जब गर्भवती महिलायें अपनी सेहत को नजर अंदाज करते हुए 9 दिन का व्रत रखती है. जबकि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को नवरात्रि का व्रत रखना चाहिए या नहीं. इसका फैसला उन्हें अपने सेहत का ध्यान रखते हुए लेना होगा. वैसे जब प्रेग्नेंट महिलायें नवरात्रि का व्रत रख रहीं हो तो उन्हें कुछ खास बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.

इन बातों का रखें ध्यान

  • शारदीय नवरात्रि व्रत के दौरान गर्भवती महिलाओं को हर दो घंटे में कुछ न कुछ जरूर खाते या पीते रहना चाहिए, ताकि अधिक गैप न हो और शरीर में कमजोरी न आये. साथ ही शिशु पर ख़राब प्रभाव न पड़े.
  • गर्भवती महिलाओं को निर्जला व्रत नहीं रहना चाहिए. क्योंकि पेट में पल रहा शिशु पानी आदि के लिए पूरी तरह से आप पर टिका होता है. ऐसे में व्रत में पानी जरूर पियें.
  • शारदीय नवरात्रि का व्रत रखने के बारे में गर्भवती महिलाओं को अपने डॉक्टर से सलाह लेना उत्तम होगा. यदि डॉक्टर को लगेगा कि व्रत रखना जच्चा और बच्चा दोनों के लिए हितकारी नहीं है, तो उसके द्वारा व्रत न करने का निर्णय आपको स्वीकार करना चाहिए.
  • गर्भवती महिला व्रत में पौष्‍ट‍िक चीजें खाए. फल-दूध-सूखे मेवे का भरपूर सेवन करें. तली-भुनी चीजें से बचना चाहिए.
  • गर्भवती महिलाओं को व्रत में नमक का सेवन करना चाहिए. नमक ना खाने से आपकी बीपी लो हो सकती है. जो कई प्रकार की समस्या पैदा कर सकती है.