बिलारी : अखिलेश यादव की गिरफ्तारी पर भड़के सपा कार्यकर्ता, विधायक ने एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

 

विधान केसरी समाचार

 

बिलारी। रविवार को लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की दर्दनाक मौत के बाद सोमवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी में शहीद किसानों के परिजनों से मिलने जा रहे थे तभी उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उनको नजरबंद किया गया। इस दौरान सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लखनऊ में धरने पर बैठे तो अखिलेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार होने की सूचना मिलते ही सपा कार्यकर्ता भड़क गये और विधायक मौहम्मद फहीम इरफान के साथ सपा कार्यकर्ता हाईवे जाम कर धरने पर बैठकर अखिलेश यादव की रिहाई की मांग करने लगे। विधायक मौहम्मद फहीम इरफान ने कई मांगों को लेकर एसडीएम ने राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजा।

विधायक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है पुलिस एवं सत्ता पक्ष के लोगों द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है। बताया कि कल लखीमपुर में भाजपा सरकार के मंत्री द्वारा अपने ही पुत्र की कार से किसानों को रौंदवा कर हत्या करवा दिया जाना हृदय विदारक घटना है, जिसकी वह अत्यंत निंदा करते हैं और उत्तर प्रदेश में गुंडाराज चल रहा है। धरने के बाद विधायक ने एसडीएम कार्यालय पहुंच एक ज्ञापन राज्यपाल को संबोधित एसडीएम अनुराज जैन के माध्यम से भेजा जिसमें मांग की गई कि लखीमपुर की घटना में मृत किसानों के परिजनों को सरकारी नौकरी तथा दो करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता प्रदेश सरकार से दिलाई जाए।

 

उत्तर प्रदेश की सरकार को तुरंत बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश राष्ट्रपति महोदय को भेजी जाए। लखीमपुर खीरी की घटना के जिम्मेदार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा एवं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को मंत्री पद से हटाने सहित सहयोगियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। किसानों की हत्या में नामजद मंत्री पुत्र समेत समस्त अज्ञात नामजनों की तत्काल गिरफ्तारी कर उन्हें रासुका में भी निरूद्ध किया जाए। केंद्र सरकार को विवादित तीनों कृषि कानून वापस लेने तथा एमएसपी की गारंटी देने वाला कानून बनाकर 10 माह पुराना किसानों का धरना खत्म कराने हेतु सिफारिश भेजी जाए।

 

ज्ञापन में जिला उपाध्यक्ष हाजी मौहम्मद उसमान एडवोकेट,प्रदेश सचिव रेहान पाशा, हसनैन प्रधान, सुखबीर यादव, सत्यपाल यादव,माजिद प्रधान, सददाम प्रधान,आसिफ प्रधान, सरफराज प्रधान, रविन्द्र चौधरी प्रधान, गजराम वाल्मीकि, राजू वाल्मीकि, सभासद इसरार, सभासद नदीम फारूकी, सभासद कमर आलम, कपिल राज बाल्मीकि, अमरपाल यादव, जुल्फेकार, अविनाश यादव, अभिनव चौधरी, फैसल इरफान, अरविंद कुमार, अनवार अहमद, अमित कुमार,सोनू सागर , जरीफ अंसारी, अजय यादव, हिमांशु यादव, शाहनवाज आलम शानू, आरिफ सैफी,फाऱूक सैफी, हारुन सैफी, अभिलाष आर्य, कर्रार, जहांगीर, इन्द्रपाल यादव, मशरूर, राजवीर सिंह , मुशाहिद, संजीव यादव, अनीस प्रधान, सुहैल खान, नरेंद्र यादव , सुएब अख्तर, सुरेश सिंह, अजीत यादव, मनीष बाबू, अमित जाटव, विक्की यादव, रामपाल सिंह , लाल सिंह, राजेन्द्र यादव,डा० अबरार मलिक, बसर मलिक, गुलहसन सैफी, मुकेश कुमार मौर्य, श्याम कुमार वाल्मीकि आदि के हस्ताक्षर थे।