अपने मजहब का प्रचार करना गलत नहीं-एसटी हसन
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ एस टी हसन ने धर्मांतरण के आरोपों में घिरे यूपी के सीनियर आईएएस अधिकारी इफ्तिखारउद्दीनका बचाव करते हुए कहा कि, क्योंकि वह मुस्लिम हैं, इसलिए उनपर इल्ज़ाम लगाए जा रहे हैं और यूपी चुनावों में हिन्दू मुस्लिम मुद्दा लाने और वोटों के ध्रुवीकरण करने के लिए इन्होंने एक आईएएस अधिकारी को घेर लिया, मैं समझता हूं कि, हमारी राजनीति बड़े निचले स्तर पर आ गयी है.
सपा सांसद ने कहा कि, देश का कानून इसकी इजाजत देता है कि, हम अपने मजहब को फॉलो करें और अपने मजहब का प्रचार भी कर सकते हैं. यह देश का कानून कहता है. अगर कोई आईएस है तो वह देश का नागरिक तो है ही, वह जिस देश का रहने वाला है. अगर वह अपने घर में कोई ऐसा कार्यक्रम करता है, मिलाद शरीफ करता है या कोई भी धार्मिक कार्य करता है तो मैं समझता हूं कि इसमें देशद्रोह की कोई बात नहीं है. कोई भी व्यक्ति अपने घर में पूजा या हवन करता है तो इसमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. इसमें कोई किसी से जबरदस्ती तो नहीं कर रहा है अगर कोई जबरदस्ती धर्मांतरण करा रहा है तो यह जांच का मुद्दा होना चाहिए.
सपा सांसद ने कहा कि मुझे ओवैसी क्या कह रहे हैं, इससे कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन मैं आपसे यह कह रहा हूं कि हर आदमी को अपने धर्म का पालन करने और उसका प्रचार करने का पूरा अधिकार है. हां, जबरदस्ती किसी के साथ में की जाए धोखा देकर किसी का धर्मांतरण ना कराया जाए. सपा सांसद ने कहा कि, सबको मालूम है कि, उत्तर प्रदेश में कौन परेशान है, किसे परेशान किया जा रहा है, हमारे नेताओं के साथ क्या-क्या हो रहा है?
सपा सांसद ने कहा कि, हमारे नेताओं की हत्याएं हो रही है, उन्हें जेल में डाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि, आजम खान के साथ क्या हो रहा है? वोटों का ध्रुवीकरण करने के लिए उत्तर प्रदेश चुनाव के मद्देनजर उन्होंने एक आईएएस अधिकारी को घेर लिया है. क्योंकि वह अधिकारी मुस्लिम है, इसलिए उन पर 10 तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं. सपा सांसद ने उत्तर प्रदेश में सपा नेताओं की हो रही हत्याओं पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि, यूपी में कानून व्यवस्था की हालत बहुत खराब है.