उपचुनाव के नतीजे से पहले चुनाव आयोग का बंगाल सरकार को सख्त निर्देश, जीत पर न मनाया जाए जश्न
श्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आने से पहले सोमवार को चुनाव आयोग ने राज्य सरकार को पत्र लिखते हुए किसी तरह का जश्न न मनाने के निर्देश दिए हैं. चुनाव आयोग ने पत्र में राज्य की ममता सरकार से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उपचुनाव के वोटों की गिनती के दौरान या नतीजे आने के बाद किसी भी तरह का जश्न न मनाया जाए.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, आयोग ने राज्य सरकार से कहा कि वे उन सभी कदमों को उठएं ताकि नतीजे आने के बाद राज्य में किसी तरह की हिंसा न हो. गौरतलब है कि इससे पीछे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद राज्य में भीरी हिंसा और आगजनी हुई थी. बीजेपी ने उस हिंसा के लिए टीएमसी समर्थकों पर आरोप लगाया था. इधर, भवानीपुर सीट पर किस्मत आजमा रही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार से काफी आगे चल रही हैं.
भवानीपुर सीट पर पूरे देश की नजर लगी हुई है क्योंकि यहां से खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उम्मीदवार हैं. अगर उन्होंने बंगाल के मुख्यमंत्री पद पर बने रहना है तो यह चुनाव उन्हें जीतना ही होगा.
ममता बनर्जी भवानीपुर सीट से इससे पहले दो बार जीत चुकी है. इस बार इस सीट पर उनका मुकाबला बीजेपी की प्रियंका टिबरेवाल और सीबीएम के श्रीजीब विश्वास से है. इससे पहले, ममता बनर्जी ने भवानीपुर की जगह पूर्वी मिदनापुर के नंदीग्राम सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया था. लेकिन, वहां पर अपने ही पूर्व सहयोगी और बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के सामने 1956 वोटों के अंतर से शिकस्त का सामना करना पड़ा था. भवानीपुर के अलावा बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के जांगीपुर और शमशेरगंज सीट और ओडिसा के पिपली सीटों के वोटों की गिनती की जा रही है.
भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में गुरुवार को हुए उपचुनाव में 57 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ. इस निर्वाचन क्षेत्र से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं। मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज और जंगीपुर सीटों पर क्रमश: 79.92 प्रतिशत और 77.63 प्रतिशत की उच्च मतदान दर दर्ज की गई, जहां दो उम्मीदवारों की मौत के बाद अप्रैल-मई विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान रद्द करना पड़ा था.