स्पेन के ला पाल्मा द्वीप पर ज्वालामुखी विस्फोट के बाद निकला लावा

 

स्पेन के ला पाल्मा द्वीप पर हुए ज्वालामुखी विस्फोट के बाद निकल रहा लावा अटलांटिक महासागर तक पहुंच गया है. इस घटना के बाद से जहरीली गैसों के निकलने की भी आशंका है जिससे स्थानीय निवासियों को घरों के अंदर ही रहने को मजबूर होना पड़ा. ज्वालामुखी फटने के बाद 19 सितंबर को लावा निकलना शुरू हुआ था और अधिकारियों ने स्थिति सामान्य होने के लिए एक सप्ताह तक इंतजार किया लेकिन अब क्षेत्र को खाली कराया जा रहा है. इससे लगभग 656 इमारतें नष्ट हो गई है.

 

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी थी कि समुद्र में लावा के आने से छोटे विस्फोट होने की आशंका है और जहरीली गैसें निकलती हैं जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. अधिकारियों ने 3.5 किलोमीटर (2.1 मील) की सुरक्षा परिधि स्थापित की और क्षेत्र के निवासियों को जहरीली गैसों के प्रभाव में आने से बचने के लिए खिड़कियों को बंद करके घरों के अंदर रहने के लिए कहा.

हालांकि इसमें अभी किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. छह हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. भू-भाग के समतल होने के कारण लावा तट के पास पहुंच गया था. हालांकि लावा का प्रवाह धीमा हो गया था और गांवों तथा खेतों को अधिक नुकसान पहुंचा.

 

कैनरी द्वीप के क्षेत्रीय अध्यक्ष एंजेल विक्टर टोरेस ने ‘कोप रेडियो’ से कहा कि उनकी सरकार उन लोगों को मकान देने का काम कर रही है, जिन्होंने अपने मकानों को खो दिया है. अधिकारियों की योजना वर्तमान में खाली पड़े 100 से अधिक मकानों को खरीदने की है.